Class 9 Hindi NCERT Solutions
पाठय पुस्तक -क्षितिज
गद्य - खंड
पाठ 3 - उपभोक्तावाद की संस्कृति
पाठ 4 - सांवले सपनों की याद
पाठ 5 - नाना साहब की पुत्री देवी मैना
काव्य - खंड
पाठ 9 - कबीर की सखियां और सबद
पाठ 10 - वाख (ललद्यद)
पाठ 11 - सवैया (रसखान)
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पाठ - मेघ आए
(सर्वेश्वर दयाल सक्सेना)
प्रश्न अभ्यास
प्रश्न 1 - बादलों के आने पर प्रकृति में जिन गतिशील क्रियाओ को कवि ने चित्रित किया है, उन्हें लिखिए।
उत्तर - बादलों के आने पर प्रकृति में विभिन्न गतिशील क्रियाओ को कवि ने चित्रित किया है -
1 - बादलों के आगे - आगे नाचती - गाती हवा जोरों से चलने लगती है।
2 - बादल रूपी मेहमान के आने से गांव में दरवाजे खिड़कियां खुलने लगते हैं।
3 - पेड़ कभी गर्दन झुकाकर तो कभी गर्दन उठाकर देख रहे होते हैं।
4 - आंधी चलने लगती है, धूल उड़ने लगती है, बच्चे ओर बड़े सब खुशी से झूम उठते है। नदी जोरो से बहने लगती है।
5 - बुजुर्ग पीपल ने आगे बढ़कर आदर सत्कार किया, लता पेड़ की ओट से लग गई और तालाब ने खुश होकर जल भर लिया।
6 - बादल रूपी मेहमान के आने से आकाश में बिजली चमक उठती है और वर्षा होने लगती है।
प्रश्न 2 - निम्नलिखित किसके प्रतीक है?
धूल, पेड़, नदी, लता, ताल
उत्तर - निम्नलिखित प्रतीक है
धूल - धूल छोटी बालिका का प्रतीक है जो बादल रूपी मेहमान के आने पर खुशी से अपना घाघरा उठाकर भागने लगती है।
पेड़ - पेड़ एक व्यक्ति का प्रतीक है जो बादल रूपी मेहमान को झुककर और गर्दन उठाकर देखता है।
नदी - नदी युवती का प्रतीक है जो मेहमान के आने पर शर्माकर अपना घूंघट सरका लेती है।
लता - लता नायिक का प्रतीक है वह शर्माकर दरवाजे की ओट ले लेती है।
ताल - घर के नवयुवक का प्रतीक है। वह मेहमान के आने पर खुश होकर उनके स्वागत में पानी भर कर लाता है।
प्रश्न 3 - लता ने बादल रूपी मेहमान को किस तरह देखा और क्यों?
उत्तर - लता बादल रूपी मेहमान को शरमाई हुई नजरों से छिपकर देखती हैं क्योंकि लता रूपी नायिका बड़ों का आदर सम्मान करती है और सामने से नहीं जाकर दरवाजे के ओट में खड़ी होकर देखी है।
प्रश्न 4 - भाव स्पष्ट कीजिए -
क - क्षमा करो गांठ खुल गई अब भरम की।
उत्तर - अर्थ - क्षमा मांगते हुए प्रेमिका अपने प्रियतम से कहती है, बादल नहीं बरसेगा यह भरम टूट गया है। प्रियतम अपने प्रिय से अब मिलने नहीं आएगा मेरा यह भ्रम था जो अब टूट गया है।
ख- बाँकी चितवन उठा, नदी ठिठकी, घूंघट सरके।
उत्तर अर्थ- बांकपन लिए दृष्टि (तिरछी नजर) से नदी रूपी युवती शर्माकर अपना घूंघट सरका कर नीचे कर लेती है।
प्रश्न 5 - मेघ रूपी मेहमान के आने से वातावरण में क्या परिवर्तन हुए?
उत्तर - मेघ रूपी मेहमान के आने से वातावरण में निम्न परिवर्तन हुए -
मेघ रूपी मेहमान के आने से हवा जोरों से चलने लगी, पेड़ झुकने लगे, आंधी चलने लगी, धूल भागने लगी और खुशी से सब झूम उठे। नदी जोरों से बहने लगी, पीपल का पेड़ भी झुककर स्वागत करता है। लता बड़े पेड़ों की ओट में छिपने लगती है, आकाश में बिजली चमकने लगती है और फिर वर्षा होने लगती है।
प्रश्न 6 - मेघों के लिए 'बन - ठन के, सँवर के' आने की बात क्यों कही गई है?
उत्तर - बहुत समय तक वर्षा नहीं होने से यह भ्रम हो गया था कि वर्ष नहीं होगी पर मेघो के आने से वह भ्रम टूट जाता है और मेघो को देखकर गांव वालों का मन उत्साहित हो जाता है और उनको आकाश में मेघो का वह सौंदर्य अति सुंदर लगता है। इसलिए मेघो के लिए बन - ठन के सँवर के आने की बात कही गई है।
प्रश्न 7 - कविता में आए मानवीकरण तथा रूपक अलंकार के उदाहरण खोज कर लिखिए।
उत्तर - कविता में आए मानवीकरण के उदाहरण -
मेघ आए बड़े बन - ठन के सँवर के।
आगे - आगे नाचती - गति बयार चली,
यहां पर मेघ और हवा का मानव रूप में सजीव वर्णन किया गया है इसलिए यहां पर मानवीकरण अलंकार है।
रूपक अलंकार का उदाहरण -
आँधी चली, धूल भागी घाघरा उठाए,
नदी ठिठकी, घूंघट सरके।
यहां पर धूल और नदी की तुलना किसी युवती के रूप में की गई है। इसलिए यहां पर रूपक अलंकार है।
प्रश्न 8 - कविता में जिन रीति - रिवाजो का मार्मिक चित्रण हुआ है, उनका वर्णन कीजिए।
उत्तर - कविता में जिन रीति - रिवाजो का मार्मिक चित्रण हुआ है, उनका वर्णन इस प्रकार से है -
1- मेहमान के आने की खुशी में गांव उत्साह से भरा हुआ है।
2 - प्रवासी मेहमान को देखने के लिए गांव के सभी घरो के दरवाजे खिड़कियां खुलने लगते हैं।
3 - बुजुर्ग पीपल का आगे बढ़कर आदर - सत्कार करना।
4 - मेहमान को देख गांव की युवतियों का घूंघट सरका लेना।
5 - लता (नायिका) का अपने बड़े बुजुर्गों का सम्मान करते हुए दरवाजे के ओट से देख़ना।
6 - घर के युवक (ताल) का मेहमान के स्वागत के लिए पानी भर के लाना।
7 - लता का अपनी गलती समझते ही माफी मांगना।
प्रश्न 9 - कविता में कवि ने आकाश में बादल और गांव में मेहमान (दामाद) के आने का जो रोचक वर्णन किया है, उसे लिखिए।
उत्तर - आकाश में बादलों के आने से और गांव में मेहमान (दामाद) के आने से हवा नाचती गाती आगे चलने लगती है। पेड़ रूपी लोग झुककर अपनी गर्दन उचकाने लगते हैं। आँधी और धूल घागरा उठाकर भागने लगती हैं। नदी बाकी होकर बहने लगती है। बुजुर्ग पीपल ने आगे बढ़कर स्वागत किया। लता शर्माकर पेड़ों की ओट से लिपट गई। तालाब (नवयुवक) ने खुश होकर स्वागत मे जल भर लिया। आकाश में बिजली चमकने लगती है और फिर मेघ बरसने लगते है।
प्रश्न 10 - काव्य - सौंदर्य लिखिए -
पाहुन ज्यो आए हो गांव में शहर के।
मेंघ आए बड़े बन - ठन के सँवर के।
उत्तर - अर्थ - कवि ने मेघो की तुलना गांव में सजकर आए, शहर के मेहमान (दामाद) से की है। गांव में जो उल्लास मेहमान (दामाद) के आने से बनता है। कवि ने वही उल्लास मेंघो के आने पर भी दिखाया है।
भाषा - सहज और सरल भाषा का प्रयोग हुआ है।
अलंकार - मानवीकरण अलंकार है।
रचना अभिव्यक्ति
प्रश्न 11 - वर्षा के आने पर अपने आसपास के वातावरण में हुए परिवर्तनों को ध्यान से देखकर एक अनुच्छेद लिखिए।
उत्तर - वर्षा के आने पर सूरज बादलों में कहीं छिप जाता है और चारों तरफ काले, भूरे बादलों से आकाश घिर जाता है। तेज हवा चलने लगती हैं। बिजली चमकतीहै, महिलाएं अपना बाहर पड़ा सामान समेटने लगती हैं। पशु - पक्षी अपने लिए स्थान ढूंढने लगते हैं, बाहर निकलने वाले लोग छात्ता लिए दिखते हैं। छोटे-छोटे बच्चे बारिश आती देखकर नाचने - कूदने लगते हैं और कुछ तो बारिश में भीगने लगते हैं। इस तरह सब वर्षा का आनंद लेते हैं।
प्रश्न 12 - कवि ने पीपल को ही बड़ा बुजुर्ग क्यों कहा है? पता लगाइए।
उत्तर - पीपल का वृक्ष बड़ा घना, हरा - भरा, छायादार होता है। यह हमारी संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण है। इसकी उम्र लंबी होती है और यह एक मजबूत पेड़ होता है। पीपल का पेड़ शांति, धैर्य, और ज्ञान का प्रतीक भी माना जाता है इसलिए पीपल को ही बड़ा बुजुर्ग कहा गया है।
प्रश्न 13 - कविता में मेघ को 'पाहुन' के रूप में चित्रित किया गया है। हमारे यहां अतिथि (दामाद) को विशेष महत्व प्राप्त है, लेकिन आज इस परंपरा में परिवर्तन आया है। आपको इसके क्या कारण नजर आते हैं लिखिए।
उत्तर - इसके निम्नलिखित कारण है -
1 - पहले के समय में संपर्क का माध्यम सिर्फ मिलना - जुलना होता था, पर आज दूरसंचार लोगों कोबहुत करीब ले आया है जिससे दूरियां कम हो गई है।
2 - पहले लोग गांव तक सीमित थे, अब वह शहरों में रहना पसंद करते हैं वही व्यवसाय करते हैं और व्यवसाय में व्यस्त हो जाते हैं।
3 - आज का मनुष्य बहुत स्वार्थी हो गया है, वह अपने बारे में ही सोचता है।
4 - आधुनिकता की दौड़ में मनुष्य सब कुछ भूलता जा रहा है।
भाषा अध्ययन
प्रश्न 14 - कविता में आए मुहावरो को छांटकर अपने वाक्यों में प्रयुक्त कीजिए।
उत्तर - मुहावरों का वाक्य प्रयोग -
बन - ठन कर आना - (सजकर आना)
वाक्य प्रयोग - शादी में शामिल होने के लिए सभी लोग बन - ठन कर आते हैं।
गर्दन उचकाना - (गर्व महसूस करना)
वाक्य प्रयोग - रेस में प्रथम आने पर मोहन ने अपने सहपाठियों के सामने अपनी गर्दन उचकाई।
गांठ खुलना - (समस्या का हल मिलना )
वाक्य प्रयोग - उसने अपने दोस्तों की मदद से मुश्किल समस्या की गांठ खोल दी।
बांध टूट जाना - (धैर्य टूट जाना)
वाक्य प्रयोग - सभी अच्छे मीठे पकवानों को देखकर बच्चों के धैर्य का बांध टूट गया।
प्रश्न 15 - कविता में प्रयुक्त आंचलिक शब्दों की सूची बनाइए।
उत्तर - कविता में प्रयुक्त आंचलिक शब्दों की सूची -
बन - ठन, बयार, पाहुन, घाघरा, ठिठकी, घुंघट, जोहार, किवार, परात, अटारी, भरम आदि आंचलिक शब्द है।
प्रश्न 16 - मेघ आए कविता की भाषा सरल और सहज है - उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - मेघ आए कविता में कवि ने मानवीकरण अलंकार, आंतरिक शब्द और मुहावरों का प्रयोग किया है। जिनके प्रयोग से कविता और सुंदर सरल और सहज बन गई है।
उदाहरण - 1 - मानवीय अलंकार के प्रयोग से कविता में सजीव वर्णन हुआ है जिससे कविता में उल्लास उत्पन्न हुआ है।
2 - आंतरिक शब्दों के प्रयोग से शब्दों में स्पष्टता आई है।
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